सीएम नीतीश के शासन में अपराध में 102% की वृद्धि, दो लाख के करीब मामले दर्ज; तेजस्वी ने बिहार सरकार पर निशाना साधा
बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान, तेजस्वी यादव ने दावा किया कि नीतीश सरकार के शासन में अपराध में 102 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि नीतीश सरकार के कार्यकाल में दर्ज मामलों की संख्या दो लाख हो गई है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने अपराध के आंकड़ों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा।
तेजस्वी यादव ने विधानसभा में कहा कि जिस समय लालू प्रसाद ने सत्ता छोड़ी थी, उस समय राज्य में अपराधों की संख्या 97,850 थी। जबकि एनडीए शासन के तहत, 2018 तक, लगभग 1,96,911 मामले दर्ज किए गए थे। दर्ज मामलों की संख्या में लगभग 102 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसके अलावा तेजस्वी ने कहा कि लालू प्रसाद के कार्यकाल को जंगल राज कहा जा रहा है लेकिन आंकड़े बताते हैं कि किसका कार्यकाल जंगल राज है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू प्रसाद के शासनकाल में बिहार में 54 जिले थे और इसमें झारखंड भी शामिल था। इसके बावजूद, अपराध के आंकड़े कम थे। आज केवल 38 जिले हैं और अपराध के अधिक मामले हैं। इसके अलावा, तेजस्वी ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2000 में, अपराध के मामले में बिहार 23 वें स्थान पर था, लेकिन 2005 में बिहार 26 वें स्थान पर था।
साथ ही तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर जंग राजद के कार्यकाल में थी तो नीतीश कुमार ने साल 2015 में हमारे साथ गठबंधन क्यों किया। इसके अलावा तेजस्वी ने कहा कि बिहार में बलात्कार होता है और पीड़िता को जिंदा जला दिया जाता है लेकिन उसके अंदर कोई शर्म नहीं है सरकार कि वे पीड़ित परिवार से मिलने जाएं।
आपको बता दें कि पिछले दिनों लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी बढ़ते अपराध के लिए नीतीश सरकार पर हमला बोला था। चिराग पासवान ने कहा था कि वर्ष 2005 में नीतीश कुमार जंगलराज का विकल्प लेकर आए थे। लेकिन बार-बार होने वाली हत्याओं से यह साबित होता है कि जंगलराज राज्य में लौट आया है।
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