केंद्र सरकार ने उनकी पेंशन में ढाई गुना वृद्धि की
7 वां वेतन आयोग, 7 वां सीपीसी नवीनतम समाचार, सरकारी कर्मचारी: केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों को कोरोना संकट के कारण महंगाई भत्ता (डीए) पुरानी दर (17 प्रतिशत) पर दिया जा रहा है। उम्मीद है कि डीए पर सरकार जल्द फैसला ले सकती है। हालांकि, डीए पर निर्णय लेने से पहले, नौकरी पर एक सरकारी कर्मचारी की मृत्यु के मामले में परिवार को मिलने वाली पेंशन में ढाई गुना की वृद्धि की गई है।
यानी अब अधिकतम सीमा 45 हजार की बजाय 1.25 लाख रुपये कर दी गई है। पेंशन अब सातवें वेतन आयोग के आधार पर मिलेगी। इससे पहले, छठे वेतन आयोग की अधिकतम पेंशन 45 हजार रुपये थी।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी हाल ही में संसद में इस संबंध में जानकारी दी है। यदि कोई कर्मचारी नौकरी पर मर जाता है, तो यह पेंशन उनके परिवार के सदस्यों (मृत कर्मचारी पर निर्भर) के रहने के लिए दी जाती है।
केंद्रीय कर्मचारी अब चिकित्सा दावा प्राप्त करने में सक्षम होंगे भले ही उनका इलाज केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) पैनल के बाहर किसी निजी अस्पताल में आपातकालीन स्थिति में किया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में केंद्रीय कर्मचारियों के साथ-साथ पेंशनभोगियों को भी राहत दी है।
उत्तराखंड में 100 प्रतिशत उपस्थिति नियम
अब सभी सरकारी कर्मचारियों को उत्तराखंड में कार्यालय आना होगा। कोरोना संकट के कारण 75 प्रतिशत उपस्थिति नियम अभी भी लागू था, लेकिन सरकार ने इसे घटाकर अब 100 प्रतिशत कर दिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सामान्य प्रशासन के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
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