प्रियंका राणा ने अर्नब की बहस में कहा, जो किसानों की बात करता है, वह देशद्रोही क्यों बन जाता है
रिपब्लिक टीवी पर अर्नब गोस्वामी पर एक बहस में, प्रियंका राणा ने सरकार पर हमला बोला और कहा कि आज अगर कोई भी किसान आंदोलन का समर्थन करता है, तो वह देशद्रोही हो जाता है। वह कहता था कि यह सुनकर भी वह हंस रहा है।
प्रियंका ने कहा कि चाहे वह पीटर फ्रेडरिक की बात हो या किसी और की। सरकार सभी को आतंकवादी घोषित कर रही है। अमेरिका पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का सबसे बड़ा दुश्मन है और उसके नागरिक उस एजेंसी का एजेंडा चला रहे हैं। उन्होंने व्यंग्यात्मक तरीके से कहा कि अमेरिका पीटर को इसमें डालकर अपने देश में आईएसआई की गतिविधियों का संचालन कर रहा है।
#NationVersusForeignHand | यदि कोई भी किसान आंदोलन का समर्थन करता है, तो वह देशद्रोही बन जाता है: एडवोकेट प्रियंका राणा
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– Republic.India (@Republic_Bharat) 16 फरवरी, 2021
उन्होंने कहा कि सरकार किसी को भी नहीं बख्श रही है। पत्रकार भी नहीं बचे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इतनी डरी हुई है कि किसान आंदोलन उसे किसी भी तरह से कुचलने पर आमादा है। किसान शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार ने 26 जनवरी को साजिश करके उन्हें बदनाम करने की कोशिश की और अब टूलकिट के जरिए किसानों का समर्थन करने वाले लोगों को निशाना बना रही है।
गौरतलब है कि पीटर फैड्रिक पेशे से लेखक हैं। उन्हें दक्षिण एशिया मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। पुलिस के मुताबिक, पीटर फेड्रिक बताता था कि सोशल मीडिया पर किसे टैग किया जाए, किस हैशटैग को और किस पोस्ट को ट्रेंड किया जाए। पुलिस पीटर फेडरिक खालिस्तानी आतंकवादी भजन सिंह भिंदर उर्फ इकबाल चौधरी की साथी है। वह 2018 में ट्विटर से जुड़ गई। 2006 से वह भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है।
विपक्षी दलों का कहना है कि पुलिस के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि पीटर को गिरफ़्तार करने के प्रयास क्यों नहीं किए गए अगर वह 2006 से निशाने पर हैं। अचानक सरकार को यह याद क्यों आया जब किसान दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे थे। पुलिस ने इससे पहले पीटर के बारे में कुछ क्यों नहीं कहा।
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